कवि मनोहर लाल या मनोहरदास कवि धामपुर उत्तर प्रदेश के निवासी थे और इन्होंने विक्रम संवत 1775 में धर्म परीक्षा नाम का ग्रंथ लिखा। इस ग्रंथ का परिमाण 3000 पद है।